My tryst with Hindi & Love!

दिल की बातें, दिल ही जाने
है वो दिमाग से जुदा
है वो एक पहेली सी..
आप आए है जबसे हमारी ज़िन्दगी में
होने लगी है वो बातें जानी पहचानी सी....

दिनभर बैठ कर सोचते हैं बस
याद करते हैं.. वो पल
जब आप पास थे...
आपके कंधे पर सर रखकर मिला जो सुकून
लगा कि मिल गयी हमे हमारी राह अब

रातें लगती हैं अधुरी
क्योंकि मिल गई है दिल वो आवाज़
वो साथ जो है आपना सा
होगई है अब ज़िन्दगी पुरी
क्योंकि मिल गयी आपकी राह

वादा करते हैं आपसे
की देंगे आपका साथ
रहेंगे आपके पास...
बस है एक गुज़ारिश आपसे
थाम के रखिये हमारा हाथ क्योंकि होना नही चाहते आपसे जुदा

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